बोलता सच देवरिया। देवरिया में एलबम कलाकार अनुपमा यादव की गुमशुदगी के मामले में नया मोड़ आया है। एसपी विक्रांत वीर ने कोतवाली में तैनात दरोगा रिजवान अंसारी को निलंबित कर दिया है। दरोगा पर विवेचना में लापरवाही और 2.80 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है।
अनुपमा यादव 19 फरवरी 2025 से लापता हैं। पीड़िता की बहन ने वाराणसी के सारनाथ निवासी सुनील यादव पर अनुपमा को बेचने या हत्या करने की आशंका जताई थी। इस पर एफआईआर दर्ज की गई थी। सुनील यादव ने हाईकोर्ट में एफआईआर को चुनौती दी। उन्होंने खुद को ब्लैकमेलिंग गैंग का शिकार बताया। उनके अधिवक्ता दिलीप पांडेय ने कोर्ट में कहा कि शिकायतकर्ता पक्ष झूठे मुकदमों से धन वसूली करता है।
दरोगा पर रिश्वत लेने का आरोप
सुनील ने दरोगा रिजवान अंसारी पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया। हलफनामे में बताया कि 40 हजार रुपये फोन पे और 2.40 लाख रुपये नकद दिए गए। हाईकोर्ट के सख्त रुख और रिपोर्ट मांगने के बाद एसपी ने दरोगा को निलंबित किया है। इस कार्रवाई से पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
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