बोलता सच/नई दिल्ली: एम्स के जूनियर रेजिडेंट डॉ. नीरज ने एक अनोखा और उपयोगी शोध कर चिकित्सा क्षेत्र में नई मिसाल पेश की है। उन्होंने ऐसा तरीका विकसित किया है, जिससे मोटापे से ग्रस्त उच्च जोखिम वाले मरीजों में हंसली (क्लैविकल) के बाहरी हिस्से के फ्रैक्चर की सर्जरी बिना बेहोश किए की जा सकती है।
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