बोलता सच कुशीनगर : कुशीनगर जनपद के रामकोला थाना क्षेत्र अंतर्गत कोईलासवा बुजुर्ग ग्राम सभा के रघुनंदनपुर टोला में रविवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया। गांव निवासी राजेश यादव की 35 वर्षीय पत्नी फुलवंती देवी की मृत्यु सर्पदंश से हो गई।
घटना का पूरा विवरण
सुबह का समय था और फुलवंती देवी रोज की तरह अपने घर में रसोई में खाना पका रही थीं। खाना बनाते समय उन्होंने रसोई के एक कोने में बिलनुमा छेद देखा। आशंका हुई कि वहां से कोई कीड़ा या जीव बाहर न निकले, इसलिए उन्होंने अनजाने में उस बिल को अपने पैर से दबा दिया।
लेकिन यह कदम उनकी जिंदगी का आखिरी साबित हुआ। बिल में छिपे एक जहरीले सांप ने उनके पैर में तेजी से डंस लिया। जैसे ही उन्होंने सांप को देखा, वे घबरा गईं और जोर से चिल्लाईं। परिजन दौड़े आए और उन्होंने तत्काल उनकी हालत बिगड़ती देख उन्हें जिला स्वास्थ्य केंद्र कुशीनगर ले जाया गया।
इलाज से पहले ही गई जान
अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की भरसक कोशिश की, लेकिन सांप का ज़हर शरीर में बहुत तेजी से फैल चुका था। अस्पताल पहुंचने पर ही डॉक्टरों ने फुलवंती देवी को मृत घोषित कर दिया।
घर में मातम, बेटे का रो-रोकर बुरा हाल
फुलवंती देवी अपने पीछे 13 वर्षीय एक बेटे और पति राजेश यादव को छोड़ गई हैं। बेटे की आंखें अपनी मां को खो देने के गम से पथरा गई हैं। घर का माहौल गमगीन है और आसपास के लोग परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं। गांव के बुजुर्गों और महिलाओं की आंखें नम हैं। हर कोई यही कहता नजर आया कि “इतनी मेहनती, मृदुभाषी और संस्कारी महिला थी, किस्मत ने उसे असमय छीन लिया।”
गांव में डर और चिंता का माहौल
यह घटना ऐसे समय हुई है जब मानसून का मौसम चल रहा है और सांप अक्सर बिलों से बाहर निकलते हैं। गांव के कई लोग अब रसोई या खेत में काम करने से पहले सतर्कता बरतने की बात कर रहे हैं। ग्राम प्रधान और स्थानीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने लोगों से अपील की है कि वे रात को सोते समय मच्छरदानी और टोर्च का इस्तेमाल करें, और बिल या झाड़ी जैसी जगहों में हाथ-पैर न डालें।
विशेषज्ञों की राय
स्थानीय चिकित्सकों का कहना है कि यदि किसी को सर्पदंश हो, तो घरेलू उपायों में समय बर्बाद न करते हुए तुरंत अस्पताल पहुंचना चाहिए। साथ ही यदि संभव हो तो सांप की पहचान भी की जाए, ताकि एंटी-वेनम की सही मात्रा दी जा सके।
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